Getting My माइनिंग होस्टिंग भारत To Work



क्रिप्टोकरेंसी के कुछ उदाहरणों में बिटकॉइन, एथेरियम और लाइटकॉइन शामिल हैं।

ऊर्जा की खपत: क्रिप्टोकरेंसी नेटवर्क में लेन-देन को सत्यापित करने की प्रक्रिया, जिसे माइनिंग के रूप में जाना जाता है, ऊर्जा-गहन है, और जलवायु परिवर्तन में योगदान करती है।

इसकी दो प्रमुख वजहें बताई जाती हैं. पहली ये कि सस्ती बिजली की आपूर्ति और दूसरा दोस्ताना सरकारी नीतियां.

क्लाउड माइनिंग बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को माइन करने का एक तरीका है, जिसमें हार्डवेयर और संबंधित सॉफ़्टवेयर को इंस्टॉल या सीधे चलाए बिना किराए पर ली गई क्लाउड कंप्यूटिंग शक्ति का उपयोग किया जाता है। माइनिंग रिग को एक माइनिंग कंपनी के स्वामित्व वाली सुविधा में रखा जाता है और उसका रखरखाव किया जाता है, और ग्राहक को केवल माइनिंग अनुबंध या शेयर पंजीकृत करने और खरीदने की आवश्यकता होती है।

क्लाउड माइनिंग अनुबंधों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है

डाउनलोड्स टॉपर्स कॉपी सामान्य अध्ययन

इसके मुताबिक़ बिटकॉइन की माइनिंग में यूक्रेन या नॉर्वे की कुल बिजली खपत से ज़्यादा बिजली खर्च होती है.

ये मालूम नहीं है कि इसमें कितनी बिजली ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोतों से मिलती है लेकिन डाना येरमोलिनोक जैसी पर्यावरणदियों का कहना है कि कज़ाख़स्तान जैसे देशों में केवल दो फ़ीसदी बिजली ही ग़ैरपरंपरागत स्रोतों से हासिल होती है.

इसमें न्यूनतम निवेश की आवश्यकता माइनर प्रॉफिटेबिलिटी बहुत अधिक है।

सर्वश्रेष्ठ क्रिप्टो सॉफ्टवेयर और उपकरण

किसी तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं: आपको खनन फार्म या अन्य शब्दावलियों को जानने की आवश्यकता नहीं है। एएसआईसी क्रिप्टो माइनिंग से जुड़े या माइनर्स को कैसे खरीदें और इंस्टॉल करें। क्लाउड माइनिंग में आपको केवल हैश पावर खरीदने की ज़रूरत है, और आप माइनिंग शुरू कर सकते हैं।

सीरिया में सरकारी सेना पर सैकड़ों आम लोगों की हत्या का आरोप, असद से क्या कनेक्शन

क्लाउड माइनिंग की मुख्य विशेषताएं क्या हैं?


आज की तारीख़ में मध्य एशिया का ये देश क्रिप्टो माइनिंग के मामले में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा देश है लेकिन बेहसाब बिजली खपत करने वाले इस इंडस्ट्री के डेटा सेंटर्स कज़ाख़स्तान में कोयले से चलने वाले पावर प्लांट्स पर दबाव बढ़ा रहे हैं.

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14 15

Comments on “Getting My माइनिंग होस्टिंग भारत To Work”

Leave a Reply

Gravatar